दुष्कर्म पीड़िता ने सलफास खाकर की आत्म हत्या , पुलिस पर उठ रहे सवालिया निशान
चाकू की नोक पर स्कूल शिक्षिका के साथ हुआ था बलात्कार
जबलपुर । जबलपुर के गोसलपुर थानांतर्गत दुष्कर्म की शिकार हुई 22 वर्षीय महिला ने सल्फास खाकर आत्महत्या कर ली जहां 24 घंटे बीत जाने के बाद भी गोसलपुर थाना पुलिस ने दुष्कर्म का मामला दर्ज नहीं किया साथ ही पकड़े गए आरोपी को पुलिस के द्वारा थाने से ही छोड़ दिया गया । वही इस घटना की पुलिस के आला अधिकारियों को कोई भी जानकारी भी नहीं है की आखिरकार आरोपी को क्यों छोड़ा गया ।
आपको बताते है क्या है पूरा मामला
जबलपुर के जिला मुख्यालय से तकरीबन 40 किलोमीटर दूर गोसलपुर के एक गांव में प्राइवेट स्कूल की रेप पीड़िता शिक्षिका ने खुदकुशी कर अपनी जान दे दी । गांव का ही 50 साल का शख्स ओंकार पटेल पिछले लंबे समय से 22 साल की शिक्षिका के साथ छेड़खानी किया करता था लेकिन शनिवार की शाम को मौका पाकर उसने शिक्षिका के साथ दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दे दिया । इस घटना से विचलित होकर शिक्षिका सीधे घर पहुंची और सल्फास की गोलियां खाकर खुदकुशी करने की कोशिश की । सुबह जब शिक्षिका के कमरे का दरवाजा नहीं खुला तो परिजनों ने दरवाजा तोड़कर देखा तो 22 साल की प्राइवेट स्कूल की टीचर बेसुध पड़ी थी । आनन फानन में उसे इलाज के लिए जबलपुर के माढोताल थाना क्षेत्र के एक निजी अस्पताल में लाया गया, जहां गंभीर हालत होने की वजह से उसे जबलपुर के नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर किया गया । जहां चिकित्सकों द्वारा उसका इलाज किया गया । इलाज के दौरान शिक्षिका ने डॉक्टर से अपने साथ हुई वारदात की आपबीती बयां की । वही इलाज के दौरान शिक्षिका की हालत गंभीर होती गई जिसके चलते उसने अस्पताल में दम तोड दिया ।
शिक्षिका के मुताबिक गांव का ही 50 साल का ओंकार पटेल पिछले लंबे समय से उसके साथ छेड़खानी किया करता था लेकिन परिजनों की समझाइश के बाद महिला इस बात को नजर अंदाज करती रही लेकिन शनिवार की शाम को जब वह अकेली कहीं जा रही थी इसी बीच आरोपी ने चाकू अड़ा कर उसके साथ दुष्कर्म किया और किसी को बताने की सूरत में उसकी जान लेने की धमकी दे डाली । अपने साथ हुई इस वारदात से विचलित होकर महिला ने मौत को गले लगा लिया ।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इतनी बड़ी घटना होने के बाद भी गोसलपुर थाना पुलिस के द्वारा ना तो कोई एफ.आई.आर की गई बल्कि उल्टा आरोपी को थाने से ही छोड़ दिया गया, जब इस पूरे मामले में गोसलपुर थाना पुलिस से जानकारी मांगी गई तो उनका यही कहना था कि परिजनों की तरफ से कोई भी शिकायत नहीं हुई है और ना ही परिजनों ने ऐसा कुछ बताया है, मेडिकल अस्पताल में हुई मौत के बाद सूचना पर पहुंची गढ़ा थाना पुलिस ने जीरो में मर्ग कायम कर मामला संबंधित थाने को भेज दिया है वही अब इस मामले की जॉच गोसलपुर थाना पुलिस करेगी ।
सवाल यह उठता है कि 24 घंटे बीत जाने के बाद भी इतनी बड़ी घटना में पुलिस के द्वारा कोई भी मामला दर्ज नहीं किया गया । आखिरकार इस घटना का जिम्मेदार कौन है , क्या पुलिस के अधिकारी इस मामले में आरोपी के विरुद्ध किस तरह की कार्यवाही करती है अब यह देखना होगा । थाने में आरोपी आने के बाद किस अधिकारी के कहने पर उस आरोपी को जाने दिया गया यह जॉच का विषय है ।