अंधी हत्याकांड का खुलासा , शराब-मुर्गा पार्टी में कम पैसे मिलाने के विवाद पर हत्या करने वाला गिरफ्तार ,
थाना चरगवां अंतर्गत हुई युवक की अंधी हत्याकांड का हुआ खुलासा
जबलपुर । जबलपुर से लगे थाना चरगवां में दिनांक 31-10-24 को ग्राम देवरी टपरिया के खेत में एक युवक के मृत पड़े होने की सूचना पर पहुंची पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करते हुए उसकी तलाश में टीमें गठित की थी ।
यह था पूरा मामला
थाना चरगवां को दिनांक 31-10-2024 को सूचना मिली थी की राजेश उर्फ गांधी ठाकुर के खेत पर मनोज उर्फ मन्नू ठाकुर उम्र 26 वर्ष निवासी ग्राम देवरी टपरिया का शव पडा हुआ है । सूचना मिलते ही थाना प्रभारी और एफ.एस.एल की टीम मौके पर पहुंची और शव के आसपास का निरीक्षण कर शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल मेडिकल पहुंचाया गया । प्रारंभिक पूछताछ में पुलिस को मृतक के बड़े भाई ने बताया कि दिनांक 30-10-2024 को उसका छोटा भाई मनोज सुबह 8 बजे काम करने जा रहा हूं यह कहकर घर से निकला था जो रात होते तक घर वापस नहीं आया । अगले दिन सुबह लगभग 8 बजे राजू ठाकुर ने उसे खबर दी कि उसका छोटा भाई मनोज ठाकुर मृत अवस्था में राजेश सिंह गांधी के खेत में पडा हुआ है । उसने राजेश उर्फ गांधी के खेत में जाकर देखा तो उसका छोटा भाई मनोज ठाकुर मृत अवस्था में पड़ा हुआ था । मनोज के चेहरे , दाहिनी आंख , मुंह , नाक के ऊपर चोटे थी साथ ही शरीर से खून निकला हुआ था उसी के पास उसके भाई का पर्स और मोबाइल का चार्जर भी पड़ा हुआ था । जिसकी सूचना उसके द्वारा चरगवॉ पुलिस को दी गई थी ।
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अंधी हत्याकांड को गंभीरता से लेते हुए कुछ टीमें पुलिस द्वारा गठित की गई थी टीम द्वारा आसपास पता साज़ी की गई तो ज्ञात हुआ कि मृतक मनोज के साथ धरम उर्फ अबी जो कि रिश्ते मे मृतक का भतीजा लगता है घटना के दिन दोनों ही चरगवॉ बाजार मे साथ में घूमते देखे गए थे । पुलिस द्वारा धरम उर्फ अबी पिता सन्तोष ठाकुर (गौड) उम्र 19 साल निवासी ग्राम टपरिया पुरानी को अभिरक्षा मे लिया गया और पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म कबूल लिया ।
पुलिस की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वारदात के दिन उसने मनोज को सुबह मोबाइल पर कॉल करके शाम को मुर्गा और दारू पार्टी करने को कहा । जिस पर मनोज ने उससे कहा की ठीक है मै तुझे शाम तकरीबन 06 बजे चरगवां बाजार मे मिलूंगा । वह चरगवां पहुंचा तो मनोज ने फोन किया और वो दोनो चरगवां शराब दुकान पर मिले चरगवां शराब दुकान से दो शराब के पाव खरीदे और हडम्मा के पीछे बैठ कर दोनो ने शराब पी । इसके बाद तीन पाव शराब और लिए साथ ही दुकान से मुर्गा फ्राई करवा कर दोनो घर जा रहे थे रास्ते मे रात लगभग 08-30 बजे बड़े पापा गांधी ठाकुर के खेत मे मनोज चाचा बोला कि तुमने दारू मुर्गा मे कम पैसे मिलाए है तो उसने कहा कि मैने भी पैसा मिलाया है तभी चाचा मनोज ने लकड़ी का डूडा उठाकर उसकी पीठ मे मार दिया फिर उसने वही डूडा मनोज चाचा से छीनकर मनोज चाचा के मुंह और नाक के पास मारा जिससे मनोज चाचा गिर गया इसके बाद उसने चाचा के सिर और चेहरे पर लकड़ी के डूंडे से दो तीन बार और मारा जिससे लकड़ी का डूंडा टूट कर वही गिर गया तो उसने टूटे हुए टुकडे से भी मनोज के सिर पर कई वार किया इसके बाद हाथ मे बचे हुए लकड़ी के डूंडे के टुकडे को उसने गांधी चाचा की टपरिया के पास आम के पेड़ के नीचे रखे लकड़ी के ढेर मे डाल दिया और चाचा मनोज का मोबाईल अपने घर ले कर चला गया । सुबह उस मोबाईल मे फोन आया तो उसने मोबाईल की सिम निकालकर तोड कर आंगन मे फैंक दिया और मनोज का मोबाईल घर पर पूजा वाले कमरे मे टंकी के नीचे छिपाकर रख दिया ।
आरोपी के शरीर पर थे खून के निशान
जब पुलिस ने आरोपी को पकड़ा तो उसके कपड़े और शरीर पर खून के धब्बे लगे हुए थे और उसके सीने एवं कोहनी मे खंरोच के निशान थे वही आरोपी की आंखे लाल थी, पहने हुए पैंट मे खून के दाग भी लगे हुए थे ।
आरोपी धरम उर्फ अबी की निशानदेही पर मृतक का मोबाईल , टूटी हुई सिम , लकड़ी का टुकडा तथा आरोपी के घटना के वक्त पहने हुए कपडे जप्त करते हुए आरोपी को प्रकरण में विधिवत कार्यवाही करते हुए उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है ।