मवेशियों से भरे ट्रक को पीछे से मारी टक्कर , 32 मवेशियों की मौके पर मौत , जमकर हुआ हंगामा प्रदर्शन , पुलिस पर लगे मिली भगत के आरोप
नेशनल हाईवे में खितौला के पास हुआ हादसा , बजरंग दल ने किया जमकर हंगामा और प्रदर्शन
पुलिस पर लगे मिली भगत के आरोप
सिहोरा । खितौला से गुजरने वाले नेशनल हाईवे में खड़े मवेशियों से भरे ट्रक से दोपहर के वक्त पीछे से दूसरा ट्रक टकरा गया । घटना में ट्रक में मौजूद 32 मवेशियों की मौत हो गई । सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची । इधर विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के कार्यकर्ता भी घटना स्थल पर पहुंच गए और जमकर हंगामा एवम प्रदर्शन किया । लगभग दो से ढ़ाई घंटे तक प्रदर्शन चला । बाद में पुलिस ने मवेशियों के शवों का पीएम कराया और प्रकरण दर्ज किया ।
मिंटो में पार कर दी मोपेड , कैमरे में कैद हुई घटना
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सूर्यकांत शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि ट्रक क्रमांक एमपी 41 जी.ए.0462 में लगभग 32 मवेशी थे । यह ट्रक कटनी से जबलपुर की ओर जा रहा था । ट्रक चालक ने खितौला के पास ट्रक खड़ा किया था । बुधवार दोपहर लगभग 12 बजे कटनी की ओर से ही आ रहा दूसरा ट्रक क्रमांक एम.एच.04 एल वाय 8354 उक्त ट्रक से टकरा गया । टक्कर इतनी जोरदार थी कि ट्रक में सवार मवेशी जहां मौके पर ही मृत हो गए, वहीं पीछे से आ रहे ट्रक का चालक उसमें फंस गया । सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और ट्रक में फंसे चालक को निकाला ।
मृत मवेशियों को दफनाने को लेकर भी हुआ हंगामा प्रदर्शन
पुलिस ने मवेशियों से भरे ट्रक को दूसरे वाहन से टोचन किया । वाहन को डंपिंग यार्ड के पास ले जाया गया । जहां एक बड़े से गड्ढे में मवेशियों को दफनाना शुरू कर दिया । तभी यह जानकारी विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं को लगी । वे मौके पर पहुंचे और हंगामा शुरू कर दिया । हंगामा बढ़ता देख पुलिस बैकफुट पर आई और सिहोरा से पशु चिकित्सक को बुलाया गया । जिसके बाद मृत मवेशियों का पीएम कराया गया ।
पुलिस पर लगे मिलीभगत के आरोप
पुलिस पर मिलीभगत का आरोप विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री अर्जुन कुशवाहा ने लगाया कि पुलिस की मिली भगत से मवेशियों की तस्करी हो रही है और खितौला और सिहोरा पुलिस तस्करों से पैसा लेकर हाईवे में मवेशियों से भरे वाहनों को निकलवा रही है। वहीं भाजपा सिहोरा नगर मंडल अध्यक्ष अंकित तिवारी ने आरोप लगाया है खितौला पुलिस मामले में प्रकरण दर्ज करने की बजाय मामले को दबाने का प्रयास कर रही थी । प्रदर्शनकारियों ने मामले में जांच और दोषी पुलिस अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की । यह भी चेतावनी दी कि यदि कार्रवाई नहीं होती है, तो उग्र आंदोलन किया जाएगा ।