लॉयर और उनके भाई पर चली ताबड़तोड़ गोलियां , एक को कंधे पर लगी गोली तो दूसरे ने झुक कर बचाई जान , मोटरसाइकिल सवार बदमाशो ने चलाई गोलियां
जज की परीक्षा देने आए युवक को लगी गोली
घायल को जिला अस्पताल में किया भर्ती
घायल के कंधे और फेफड़े के बीच फसी गोली
जबलपुर । छिंदवाड़ा से जबलपुर जज की परीक्षा देने आए युवक और उनके बड़े भाई पर नकाबपोश अज्ञात हमलावरों ने उस वक्त ताबड़तोड़ गोलियां चलाकर हमला कर दिया जब दोनो ही अपनी कार में सवार होकर घूमने निकले थे । इस पूरी घटना में एक व्यत्ति को गोली लगी तो वही दूसरे ने झुक कर अपनी जान बचाई । घायल का ईलाज जबलपुर के जिला अस्पताल मेडिकल में किया जा रहा है ।
जानकारी अनुसार 37 वर्षीय दीनू डोंगरे एल.एल.एम की पढ़ाई कर रहे है उनकी जबलपुर में सिविल जज की परीक्षा थी, जिसे देने के लिए वह कुछ दिन पहले ही छिंदवाड़ा से जबलपुर अपने बड़े भाई के पास आए हुए थे । रात करीब 11 बजे दीनू अपने बड़े भाई डॉक्टर रविशंकर के साथ कार क्रमांक एच.आर. 26 सी.एम 0431 में सवार होकर जबलपुर-भोपाल हाईवे घूमने गए हुए थे । जैसे ही उनकी कार बायपास के आगे पहुंची तो उन्होंने सड़क किनारे अपनी कार खड़ी की और आपस में बाते करने लगे , इसी बीच काले रंग की मोटरसाइकिल पर सवार तीन लड़के जो मास्क पहने हुए थे, आए और एक के बाद एक दो राउंड कार में फायरिंग कर दी । इससे पहले की वो लोग कुछ समझ पाते दीनू के कंधे में एक गोली जा घुसी, जबकि डॉ . रविशंकर ने नीचे झुककर अपनी जान बचाई । हमलावरों ने जाते-जाते फिर से तीन फायर किए और फिर भोपाल रोड की तरफ भाग गए । घटना से डरे रविशंकर दीनू को इलाज के लिए जिला अस्पताल मेडिकल लेकर आए और फिर भेड़ाघाट थाना पुलिस को सूचना दी ।
साप्ताहिक अखबार के संपादक भी है दीनू
छिंदवाड़ा में एल.एल.एम की पढ़ाई के साथ साथ दीनू एक साप्ताहिक अखबार के संपादक है और उनके बड़े भाई रविशंकर डोंगरे जो की जबलपुर के जिला अस्पताल में डॉक्टर है और सर्जन विभाग में पदस्थ है । उनके ऊपर हुए हमले की जानकारी लगते ही भेड़ाघाट थाना पुलिस के साथ साथ उच्च आला अधिकारी भी मौके पर पहुंच गए और घटना की गंभीरता को देखते हुए हमलावरों की पता साजी के आदेश जारी किए ।
किसी से नहीं है दुश्मनी
छिंदवाड़ा से जबलपुर जज की परीक्षा देने आए दीनू का कहना हैं कि वह जबलपुर में किसी को नहीं जानते और न ही उनकी किसी से कोई जान पहचान हैं फिर उन पर प्राणघातक हमला करने वाले कौन हो सकते है वह नही जानते ।
डॉक्टर रविशंकर का कहना
जिला अस्पताल मेडिकल में सर्जन विभाग में पदस्थ डॉ . रविशंकर के अनुसार उनकी भी किसी से कोई दुश्मनी नहीं है पर उनको शक है कि हो सकता हैं की हमलावरों ने यह हमला उन पर किया हो क्युकी जिस वक्त उनके और उनके छोटे भाई दीनू पर हमला हुआ उसके कुछ देर पहले ही कार को वे खुद चला रहे थे लेकिन जिस वक्त उन दोनो के उपर हमला हुआ उस वक्त उनके छोटे भाई दीनू ड्राइविंग सीट पर बैठे थे और वैसे भी दीनू छिंदवाड़ा में रहते है तो हो सकता है हमलावरों का निशाना वे खुद रहे हो । पर गोली छोटे भाई को लगी ।